दो पथ, असंयम और संयम है तुम्हें अब सब कहीं।।
पहला अशुभ है, दूसरा शुभ है इसे भूलो नहीं।
पर मन प्रथम की ओर ही तुम को झुकावेगा अभी,
यदि तुम ना सम्भलोगे अभी तो ना संभलोगे कभी।।
उपर्युक्त
पद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:-
प्र:-
1 ‘नवयुवकों के प्रति’ कविता समस्त देशवासियों को संबोधित की गई है। (हाँ अथवा नहीं)
प्र:-
2 कवि के अनुसार नवयुवकों के सामने संयम और असंयम दो मुख्य
पथ हैं।
( हाँ अथवा नहीं)
प्र:-
3.………का पथ अशुभ होता है।(रिक्त स्थान भरें)
4.
पद्यांश के आधार पर ‘प्रथम’ शब्द का सही अर्थ से मिलान कीजिए:-
प्रथम शुभ
पहला
नया
5.
उपर्युक्त पद्यांश का केंद्रीय भाव नवयुवकों को साहसपूर्वक शुभ कर्म करने की प्रेरणा
देना है। (सही अथवा गलत)
होशियारपुर ।