कक्षा-आठवीं अभ्यास शीट-79 भाषा-2

जो कुछ पढ़ो तुम कार्य में भी साथ ही परिणत करो,

 सब भक्तवर प्रहलाद की निम्नोक्ति को मन में धरो-

“ कौमार में ही भागवत धर्माचरण कर लो यहाँ

 नर जन्म दुर्लभ और वह भी अधिक रहता है कहाँ।।”

 

उपर्युक्त पद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:-

 

प्र:- 1’परिणत करना’ से लेखक का भाव जीवन में अपनाने से है।( हाँ अथवा नहीं)

प्र:- 2. मानव जन्म सुलभ है।( हाँ अथवा नहीं)

प्र:- 3……. में ही भागवत धर्माचरण कर लो। (रिक्त स्थान भरें)

प्र:- 4 ‘कौमार’ शब्द का सही अर्थ से मिलान करें:-

        कौमार.    युवावस्था

                      बचपन

                      धर्म

प्र:- 5. उपर्युक्त पद्यांश का केंद्रीय भाव भक्त प्रहलाद के संदेश के द्वारा    

      नवयुवकों को जगाने का प्रयास करना है। (सही अथवा गलत)

 उत्तर तालिका:- (1.) हाँ (2 ) नहीं (3)  कौमार ( 4 ) युवावस्था( 5) सही

 प्रस्तुति:- पूजा रानी, हिन्दी शिक्षिका, स.स.स.स बोड़ा, ज़िला:-   

            होशियारपुर ।