पाठ
- 20
मैं जीती
अभ्यास
1.
नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिन्दी शब्दों को
लिखने का अभ्यास करें :-
ਅਧਿਆਪਕਾ = अध्यापिका ਪੱਤਰ = पत्र
ਲੜਕੀਆਂ =
लड़कियाँ ਤੈਰਾਕ = तैराक
ਬੈਡਮਿੰਟਨ =
बैडमिंटन
ਪੁਸ਼ਾਕ = पोशाक
ਸ਼ਟਲ ਕਾਕ =
शटल कॉक
ਬੁਲਬਲੇ = बुलबुले
2.
नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिन्दी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान
से पढ़ें और हिन्दी शब्दों को लिखें :-
ਬਦਲੀ = स्थानांतरण,
तबादला ਵਤੀਰਾ = व्यवहार
ਸੇਵਾਦਾਰ = चपरासी ਅੰਨ੍ਹੇਵਾਹ
= अंधाधुंध
ਸ਼੍ਰੇਣੀ = कक्षा ਗੁੰਮ = गायब
3.
इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :-
(क) अनुराधा को क्या बुरा लगता था ?
उत्तर -
जब सभी उसे लंगड़ाते हुए चलते देखकर हॅंसते थे।
(ख) अनु
की माँ ने क्या कहकर उसका हौंसला बढ़ाया ?
उत्तर - अनु की माँ ने उससे कहा कि तुम बहुत बहादुर
लड़की हो। मुझे विश्वास है तुम्हारी सहपाठिनें तुम्हारी कठिनाई
ज़रूर समझेंगी।
(ग) अनु में क्या गुण था ?
उत्तर - अनु एक अच्छी तैराक थी।
(घ) अनु ने किसे डूबने से बचाया ?
उत्तर
- माला की बहन कला को।
(ङ) माला ने क्या कहकर अनु का धन्यवाद किया?
उत्तर -
यदि तुम न होती तो वह डूब ही गई होती।
4.
इन प्रश्नों के उत्तर चार या पॉंच वाक्यों में लिखें :-
(क) अनु
को शुरू में माला का व्यवहार कैसा लगा?
उत्तर - अनु को शुरू में माला का व्यवहार बिल्कुल
अच्छा नहीं लगा। जब अनु उससे बात करने की कोशिश करती तो
वह उसे
कोई जवाब न देकर उसकी उपेक्षा करती थी।
(ख) अनु ने कला को कैसे बचाया ?
उत्तर- जब
अनु ने देखा कि कला पानी में डूब रही है तो वह सहायता के लिए चिल्लाने लगी। लेकिन आस-पास कोई नहीं
था, इसलिए
वह स्वयं ही पानी में कूद पड़ी। उसने तैर कर उसके बाल पकड़े। बाल हाथ से छूट गए फिर
अनु
उसकी कमीज़
पकड़कर किनारे की ओर खींचने लगी। फिर उसने पानी फिल्टर करने वाले पाइप को अपने दूसरे
हाथ से पकड़कर
कला को दीवार के साथ लगा दिया और फिर सहायता
के लिए चिल्लाने लगी। तभी लडकियाँ और
माला वहाँ
phu>c गईं और उसे बाहर निकाल लिया। इस तरह अनु ने कला
को बचा लिया।
(ग) इस
कहानी का शीर्षक है 'मैं जीती'। क्या आपको यह शीर्षक ठीक लगा ? क्यों ?
उत्तर- इस कहानी
का शीर्षक 'मैं जीती' बिल्कुल सार्थक है। इस कहानी में अनु एक अपाहिज लड़की है। स्कूल
में
सभी उसका
मज़ाक उड़ाते हैं। कोई उससे बात नहीं करता और न ही कोई उसके साथ खेलता है। सभी उसे
अपाहिज समझते
हैं। परन्तु जब वह अपनी परवाह न करते हुए पानी में कूद कर डूबती हुई कला को बचाती है
qo वह अपने आप को जीता हुआ महसूस करती है। इसलिए इस
कहानी का शीर्षक 'मैं जीती' बिल्कुल सही है।
5.
इन मुहावरों के अर्थ समझते हुए वाक्यों में प्रयोग करें :
आँसू टपकाना = रोना = रमा छोटी-छोटी
बातों पर आँसू टपकाने लगती है।
मज़ाक बनाना = हंसी उड़ाना
= स्कूल में
सभी अनु का मज़ाक बनाते थे।
पीठ थपथपाना =
शाबाशी देना = अच्छे
अंक प्राप्त करने पर अध्यापक ने रमन की पीठ थपथपाई।
6.
वचन बदल कर वाक्य पुनः लिखें :-
1. बच्चा मुझे देखकर हॅंस रहा है।
बच्चे मुझे देखकर हॅंस रहे हैं।
2. वह मेरी उपेक्षा
कर रही थी।
वे मेरी
उपेक्षा कर रहीं थीं।
3. लड़की भागती हुई
आई।
लड़कियाँ
भागती हुई आईं।
7.
कहानी में कुछ शब्द अंग्रेजी भाषा के हैं। पाँच शब्द चुनकर हिन्दी में लिखें।
मैडम = श्रीमती बैडमिंटन = खेल का नाम
गेम्स =
खेलों प्रिंसिपल = प्रधानाचार्य
फिल्टर = शुद्ध
8.
शुद्ध करके लिखें :-
परीचै = परिचय महिसूस = महसूस
बहादूर = बहादुर चिलाना = चिल्लाना
लड़कीयाँ = लड़कियाँ जमीन = ज़मीन
अधियापिका =
अध्यापिका अनूमती = अनुमति
अनूमती = अनुमति स्कुल = स्कूल
चिकीत्सा
= चिकित्सा आवाज = आवाज़
कमजोर
= कमज़ोर इरद गिरद
= इर्द-गिर्द
9.
(i) 'इत' शब्दांश लगाकर नये शब्द बनायें।
उपेक्षा + इत =
उपेक्षित
परिचय + इत = परिचित
चिन्ता
+
इत = चिन्तित
(ii)
'तैराक' शब्द के अन्त में 'आक' शब्दांश लगा है। इसी प्रकार अन्त में 'आक' शब्दांश लगाकर
नये शब्द बनायें।
दौड़ाक अवाक
चालाक
तलाक
चटाक पटाक
लेखन
:- किरन हिंदी शिक्षिका, स.मि.स्कूल,
जोगेवाला,पटियाला संयोजक
:- गुरप्रीत कौर, हिंदी अध्यापिका, स.ह.स्कूल, लापराँ, लुधियाना संशोधक :- विनोद कुमार, हिंदी शिक्षक सरकारी हाई स्कूल बुल्लेपुर, लुधियाना
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