मेरा पंजाब

 

मेरा पंजाब

मैं पंजाब राज्य का रहने वाला हूँ। यह भारत के 29 राज्यों में से एक अहम राज्य है। इसे अनाज का भंडार भी कहा जाता है। इसकी भूमि बहुत उपजाऊ है और लोग बहुत परिश्रमी है। जहाँ एक तरफ यह गुरुओं, पीरों, फकीरों की भूमि है वहीं यह देश भक्त वीरों की भूमि भी है। पंजाब दो शब्दों पंच और आब से मिलकर बना है जिसका अर्थ है- पाँच नदियाँ। वर्तमान पंजाब में अब केवल दो ही नदियाँ बहती हैं- सतलुज और व्यास।

वर्तमान पंजाब की स्थापना एक नवंबर 1966 में हुई थी। इसके उत्तर में जम्मू कश्मीर, पूर्व में हिमाचल प्रदेश ,दक्षिण में हरियाणा व राजस्थान है। चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी है। पंजाब में ज़िलों की संख्या 22 है। पंजाब के मुख्य बोली जाने वाली भाषा पंजाबी है जो कि पंजाब की राजभाषा भी है। हिंदी को पंजाब में दूसरा स्थान प्राप्त है।

यहाँ पर प्रत्येक धर्म के लोग मिलकर रहते हैं । सिख गुरुओं ने पंजाब के लोगों में साहस वीरता और बलिदान की भावना पैदा की जो सभी को एक सूत्र में पिरोती है। यहाँ पर लाला लाजपत राय, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, करतार सिंह सराभा, ऊधम सिंह जैसे देशभक्त हुए हैं, जिन्होंने देश को आज़ाद करवाने के लिए अपना बलिदान दे दिया।

पंजाब में प्रत्येक वर्ष अनेक मेले और त्यौहार मनाए जाते हैं। लोहड़ी, वैशाखी, दीवाली, बसंत, होला- मौहल्ला आदि पंजाब के प्रसिद्ध त्यौहार हैं ।

यहाँ के लोगों को संगीत, शिक्षा, कला, संस्कृति और साहित्य से बहुत प्रेम हैं। पंजाब के लोक-नृत्य गिद्धा और भांगड़ा संसार भर में प्रसिद्ध हैं। मुझे मेरे पंजाबी होने पर बहुत गर्व है।